
सिद्धार्थनगर। अगर आपके कान में भारीपन है और कम सुनाई दे रहा है, तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। क्योंकि, बारिश में कान में फंगस के मामले में बढ़ रहे हैं। अगर इस पेरशानी से जूझ रहे हैं तो बिना चिकित्सक की सलाह के ड्रॉप न डालें।
क्योंकि, इससे कान के परदे पर असर पड़ सकता है। साथ ही खुजली होने पर कोई तीली और अन्य नुकीला वस्तु न डालें, इससे पर्दे पर असर पड़ सकता है। खास करके बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है।
माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज और बांसी जिला अस्पताल की ओपीडी में इस प्रकार की रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। डॉक्टर सफाई करने के साथ बचाव और काम में पानी न जाए इससे बचने की सलाह दे रहे हैं। मौसम में बदलाव के साथ कई प्रकार की बीमारियों लोगों को जकड़ती हैं। इसमें शरीर के हर अंग को प्रभावित करती हैं। बारिश के मौसम शुरू होने के बाद काम में फंगस के मामले में बढ़ने लगे हैंं।
इसमें सर्दी, जुकाम से हमेशा परेशान रहने वालों को कान में भी दिक्कत हो रही है। सर्दी के कारण कान में भारीपन, झनझनाहट, दर्द और सुनने में परेशान हो रही है। मौजूदा समय में माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज व बांसी जिला अस्पताल के नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के पास इस प्रकार के रोगी प्रतिदिन 20-30 की संख्या में पहुंच रहे हैं। कई लोग तो बारिश के बाद बुखार और जुकाम